Breaking News

तहसील कार्यालय लैलूंगा साढ़े ग्यारह बजे तक नही खुलने से आम जनता दर - दर भटकने को मजबूर...?

➡ लैलूंगा से पत्रकार अशोक भगत की रिपोर्ट !

पंचायत टुडे - लैलूंगा :- रायगढ़ जिले के लैलूंगा तहसील कार्यालय सामान्य दिनों में भी 11:30 बजे तक नहीं खुलता है, 11:30 बजे तक ताला लटका रहता है । जिससे ग्रामीण अंचल से विभिन्न न्यायालयीन कार्यों के लिए आने वाले अधिकांश लोग दर - दर भटकने को मजबूर हो जाते हैं । जब शासन ने सरकारी दफ्तरों को खोलने तथा बंद करने का समय सीमा निर्धारित किया है तो आखिरकार तहसील कार्यालय लैलूंगा क्यों समय पर नही खुलता है । वहीं विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही तथा निरंकुश प्रशासन के कारण सरकारी कार्यालय के चपरासी से लेकर अधिकारी, कर्मचारी सहित तमाम बड़े पद पर पदस्थ पदाधिकारी भी बेलगाम हो गये हैं । इसलिये कोई किसी के बातों को नही सुनते हैं और ना ही कोई सही समय पर ऑफिस व दफ्तरों को खोलना उचित समझता है । यहाँ यह बताना निहायत जरूरी है कि जितने भी अधिकारी तथा कर्मचारियों के मनोबल इतने बढ़ गये हैं कि वे स्वयं को सरकार समझने लगे हैं । जिसके कारण प्रशानिक अधिकारियों का खौफ यहाँ पर पदस्थ कर्मचारियों पर तनिक भी नहीं है । तहसील कार्यालय के मेन गेट पर जाते ही सबसे पहले प्रसाधन कक्ष की ओर से भयंकर बदबू आने लगते हैं । जिससे लोगों के नाक सिकुड़ने लगते हैं । इतना ही नही सही ढंग से साफ - सफाई नहीं होने से तहसील कार्यलय लैलूंगा में बाहर से आये आम जनता को भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है । इन तमाम विषयों को ध्यान में रखते हुए ऐसे कर्मचारियों को कांकेर, बस्तर तथा सुकमा, बीजापुर व दंतेवाड़ा जैसे स्थानों का सैर कराना ही जनहित में होगा । यह तथ्य स्पष्ट है कि अधिकारी बेलगाम होने पर उनके मातहत कर्मचारी भी बेलगाम होना लाजिमी है । वहीं लोगों का यह कहना है कि कांग्रेस की सरकार में अक्सर यही हाल देखने को मिलता है ? तो ऐसे में आम जनता बेचारी करे भी तो क्या करे, मजबूरन कुछ न कुछ अन्य सवालों पर सोचने को विवश होना स्वाभाविक सी बात है । इस विषय पर जिला प्रशासन को सख्त तथा कड़े निर्णय के साथ कठोर कार्यवाही करने की नितांत आवश्यकता है । अब यह देखना होगा की लैलूंगा तहसील कार्यालय में पदस्थ लापरवाह अधिकारी - कर्मचारियों पर शासन - प्रशासन के द्वारा कब तलक प्रशासनिक कसावट लाई जाती है । यह तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा ।

No comments