Breaking News

लैलूंगा विधान सभा के मतदाताओं का कहना है हृदय राम राठिया को दी जाती है बारी तो भाजपा पर पड़ेंगे भारी !!!


लैलूंगा :- इन दिनों विधान सभा चुनाव को लेकर राजनीतिक चर्चा परिचर्चाओं का दौर चारों ओर चल रहा है । जिधर देखो उधर सिर्फ और सिर्फ चुनावी बातचीत ही चल रहे हैं । तो वहीं लैलूंगा विधान सभा चुनाव को लेकर यदि बात की जाये तो खासकर भाजपा - कांग्रेस दोनों ही प्रमुख राजनैतिक पार्टियों में टिकिट के बंटवारे को लेकर उम्मीदवारों तथा आम जनता में प्रत्यासियों के चयन कि प्रक्रिया के विषय पर उहापोह की स्थति बनी हुई है । वहीं लोगों का कहना है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर यदि सोचा जाये तो लैलूंगा विधान सभा का कोई उद्धार कर्ता यदि होगा तो वह पूर्व विधायक हृदय राम राठिया ही उद्धार कर सकता है । जिनका क्षेत्र में एक जबरदस्त  जनाधार के साथ दबंग तथा प्रखर नेता  के रूप में है । साथ ही आम जनता के हर जुबान पर जहाँ सुने वहाँ सिर्फ और सिर्फ हृदय राम राठिया का ही नाम लिया जाता है । ऐसे में हृदय राम राठिया एक तरह से जिताऊ प्रत्यासी के रूप में जाने व पहचाने जा रहे हैं । वहीं लोगों का यह भी कहना है कि हृदय राम छात्र जीवन से ही सक्रीय राजनीति में अग्रसर रहे हैं । उन्होंने कॉमर्स कॉलेज रायगढ़ का प्रतिनिधित्व की है । हृदय राम वनोपज में तेन्दूपत्ता तोड़ने वाले पहले नेता हैं जो कि तेन्दूपत्ता में नौकरी करने के पश्चात नौकरी को भी त्याग पत्र देकर जनता जनार्दन की सेवा करने के उद्देश्य से जनपद सदस्य का चुनाव लड़कर जीते, तथा जनपद पंचायत लैलूंगा के अध्यक्ष के पद पर रहकर दायित्व का निर्वहन कर चुके हैं । उन्होंने कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए एक - एक कार्यकर्ता को जोड़ने का काम किया है । हृदय राम राठिया ने बहुत ही संघर्ष के बीच कांग्रेस पार्टी को लैलूंगा विधान सभा में स्थापित किया है, इसमें कोई किन्तु परन्तु नहीं है । वे पूर्व विधायक एवं मंत्री सत्यानंद राठिया को सन 2008 में लगभग 15,000 व्होटों से पराजित करके 2008 से 2013 तक जब प्रदेश में भाजपा की डॉ. रमन सिंह की सरकार थी उस समय लैलूंगा विधान सभा के विधायक के रूप में बखूबी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं । वहीं आपको यह भी बता दें कि छत्तीसगढ़ विधान सभा सदन में सबसे सर्वाधिक प्रश्न करने वाले विधायक होने का उन्हें तात्कालीन भाजपा सरकार में उन्हें उत्कृष्ठ विधायक के रूप में सम्मानित किया जा चुका है । उन्हें विधायक बनते ही 2009 में कांग्रेस पार्टी ने लोक सभा चुनाव की दांव लगाकर लोक सभा चुनाव में अजमा चुकी है । हलांकि वे लोक सभा हार गये थे । किसी भी दृष्टीकोण से देखा जाये तो हृदय राम राठिया आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं । लैलूंगा विधान सभा ही नहीं अपितु छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों तथा क्षेत्रों में हृदय राम राठिया को काफी कर्मठ तथा जुझारू व मिलनसार, पूर्व विधायक रूप में जाने जाते हैं । आम जनता के दु:ख दर्द में सबसे आगे रहने वाले हृदय राम राठिया के बारे में किसी से भी पूछने पर उन्हें हर कोई हंस मुख मिजाज के व्यक्तित्व के धनी बताते हैं । जो कि आसन्न विधान सभा में कांग्रेस पार्टी की ओर से विधान सभा चुनाव लड़ाया जाता है तो हृदय राम राठिया भाजपा को धूल चटा सकते हैं । अब यह देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी किस पर विश्वास करती है । और जनता के बीच सेवा करने का अवसर देती है इसे तो आने वाला वक्त ही बतायेगा ।

No comments